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राजस्थान:राजेंद्र राठौड़ और गोविन्द सिंह डोटासरा में हुई जंग ! सोशल मिडिया पर हुवा तंज वॉर

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राजस्थान:राजेंद्र राठौड़ और गोविन्द सिंह डोटासरा में हुई जंग ! सोशल मिडिया पर हुवा तंज वॉर

 

        

Rajendra Rathore vs Govind Singh dotasara :

राजेंद्र राठौड़ और राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा दोनों सोशल मीडिया पर  हुवे आमने सामने , दोनों जमकर एक दूसरे पर जमकर तंज कस रहे है।

राजेंद्र राठौड़ ने ट्विट करते हुवे लिखा……

इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।

सीकर वाले नेताजी, इतना भी अहंकार ठीक नहीं है। हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू है। अभी एक परीक्षा और बाकी है।

युवा आज भी पूछ रहे हैं – एक ही परिवार से 4-4 आरएएस बनना संयोग था या प्रयोग ?
युवाओं के सपनों के सौदागरों को माफ नहीं किया जाएगा। जवाब तो देना ही पड़ेगा।

 

इसी ट्विट के जवाब में डोटासरा ने एक ट्विट किया जो निचे लिखा हुवा है…….

गलतफहमी ना पाल, ये जनता का पर्चा है
तेरे सिर्फ़ टोल, बजरी, भूमाफिया होने की चर्चा है

काश.. अवैध अड्डों से इतर तारानगर वाले नेताजी की जनता में भी चर्चा रहती तो जवाब सदन में मिलता।
और हां.. अहंकार नहीं, स्वाभिमान है! हमारे यहां बच्चों को मेहनत करने और पढ़ने की शिक्षा दी जाती है, टोल, बजरी और शराब के धंधे की नहीं।

अगली परीक्षा के लिए शुभकामनाएं।

 

डोटासरा के ट्विट के जवाब में फिर राजेंद्र राठौड़ ने दिया जवाब……

बेरोजगारों का पर्चा लीक करने में भी मेहनत होती है, यह अजीबोग़रीब कहानी आपकी अदा से ही क्यों बयाँ होती हैगरीबों के सपने कुचलने में कैसा स्वाभिमान ?

गफलतों में डूबी तुम्हारी जिंदगी में नफरत की आग जमा है। गली गली में चर्चे है तेरे “क़लामों” के, पर “कलामों” के पन्नों पर कई दाग जमा है।

राजनीति में आलोचना-समालोचना जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे कि मर्यादाहीन भाषा आने वाली पीढ़ी को हिबा ना हो और जब कभी नजरें मिले तो हम शर्मिंदा ना हों…

राजेंद्र राठौड़ के ट्विट के जवाब में फिर डोटासरा ने दिया जवाब……

अपने पे बात आए तो मर्यादा याद आए, औरों पर झूठे लांछन लगाएं तो सारी मर्यादा भूल जाएं।

कीचड़ उछालकर कीचड़ से कौन बचा है, मर्यादित रहना ही मर्यादा का उसूल सच्चा है।

माफिया के ‘दाग़’ में कब तक ओढ़ोगे शराफ़त, फिर कहता हूं….आलोचना और आरोप के फ़र्क में रखो ज़रा नज़ाकत। जिन बच्चो ने दिन रात मेहनत कर आपकी सरकार के समय RAS परीक्षा पास की, उनकी मेहनत पर खिल्ली उड़ाकर झूठे आरोप 3 साल से लगा रहे हो,

सिर्फ झूठा हल्ला मत मचाओ, है दोनों जगह सरकार तुम्हारी दिल खोलकर जांच करवाओ।

 

डोटासरा के ट्विट के जवाब में फिर राजेंद्र राठौड़ ने दिया जवाब……

हाँ, मैं मानता हूँ लांछनबाज़ी में मैं क्या, कोई भी आपका मुक़ाबला कर ही नहीं सकता। इसलिए मुझे इस प्रतियोगिता में आपके साथ कभी भी शामिल नहीं समझें। आपकी यह “विशेषज्ञता” आपको ही मुबारक…..

आपको माफिया की याद अब आयी ? पाँच साल में आपकी सरकार को क्या सन्निपात हो गया था ?

जारोली, कटारा, केसावत, राणावत सबने किया था जो भ्रष्टाचार , तब दागदारों की क्यों नहीं करवाई जांच, आरपीएससी की प्रतिष्ठा पर भी आई थी आंच। युवाओं के कलेजे में फंसी रही थी बेरोजगारी की फांस।

मेहनत और प्रतिभा की खिल्ली किसने उड़ाई ?राजस्थान का हर प्रतियोगी छात्र जानता है… सब कुछ सामने आएगा, बस धैर्य रखिये।

जिन बच्चों ने दिन रात मेहनत कर परीक्षा पास की , दुःख तो यही है कि वे तो बेचारे निराशा के घोर अंधेरे में डूब गये।

उजाले किनके हिस्से आये और क्यों आये – यह पूरा प्रदेश आज जान रहा है।

इसी कथित “ मेहनत” और 4 -4 अभ्यर्थियों के एक जैसे नम्बर कैसे लाए जाए, का ही “फॉर्मूला” तो वे सभी गरीब बेरोज़गार पूछ रहे हैं , जो पेपर लीक से ठगे गए हैं।

और हाँ, जाँच करवाने की यूँ चुनौतियाँ देने से कोई अपराध ख़त्म नहीं होता।

Remember – A Crime Never Dies. “ Be you ever so high, the law is above you.

 

“डोटासरा के जवाब का जनता को इंतज़ार है राठौड़ के पुनः ट्विट के बाद उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी आर्टिकल लिखने तक”

 

कैसे शुरुआत हुई दोनों की डिजिटल बहस

डोटासरा ने 31 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम भजनलाल शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्रीजी पूछ रहे थे कौन-सी चक्की का आटा खाते हैं जो 4-4 आरएएस बन गए? तारानगर से लड़ने वाले नेताजी (राजेंद्र राठौड़) से पूछ लीजिए कौन-सी चक्की का आटा खाया. वे ही पूछते थे कौन-सी चक्की का आटा खाया है, अब उनसे पूछ लीजिए. इसी के बाद राठौड़ ने भी जवाब दिया. जिस पर डोटासरा ने एक बार फिर हमला बोला.

 

ये राजेंद्र राठौड़ और डोटासरा के ट्विट देखिये

 

कांग्रेस के कुछ नेता को आज भी राजेंद्र राठौड़ की सदन में कमी खल रही है……..

 सिरोही विधानसभा से तीन बार के कांग्रेस विधायक संयम लोढ़ा भी ट्विट करते हुवे लिखा “आपके विधानसभा में न होने की कमी पूरे राजस्थान को महसूस हो रही हैं।

 

 

 

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